83 की उम्र में 'शहंशाह' का दर्द: अमिताभ बच्चन ने कहा- ‘अब दिमाग-शरीर ने दिया जवाब, काम करना हो रहा मुश्किल’

हालिया ब्लॉग पोस्ट में बिग बी ने बढ़ती उम्र से जुड़ी चुनौतियों को किया उजागर; बोले- ‘मैंने हार मान ली, अब शरीर मांग रहा आराम’
 
Amitabh Bachchan Age
भारतीय सिनेमा के महानायक अमिताभ बच्चन, जिन्हें उनके प्रशंसक प्यार से 'बिग बी' और 'शहंशाह' कहते हैं, ने हाल ही में अपने ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से बढ़ती उम्र से जूझ रहे अपने निजी संघर्षों को खुलकर साझा किया है। 83 साल की उम्र में भी कई प्रोजेक्ट्स पर लगातार काम कर रहे इस दिग्गज अभिनेता ने यह स्वीकार किया है कि अब उनका मन और शरीर दोनों जवाब देने लगे हैं, जिसके कारण उनके लिए काम करना चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है। उनकी यह भावनात्मक पोस्ट पढ़ने के बाद उनके करोड़ों फैंस में चिंता की लहर दौड़ गई है।
​अपनी एक लेटेस्ट ब्लॉग पोस्ट में अमिताभ बच्चन ने अपने अत्यधिक व्यस्त और थका देने वाले वर्क शिड्यूल का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि किस तरह एक रात उन्होंने सुबह साढ़े पांच बजे तक काम किया और इसके चलते वह अपने दैनिक व्लॉग और 'एक्सटेंडेड फैमिली' (EF) को जवाब देने का काम भी भूल गए। उन्होंने लिखा, "सुबह साढ़े 5 बजे तक काम कर रहा था। भूल गया था कि व्लॉग का भई काम रहता है। बहुत सारे लोगों को जवाब भी देना बचा है। इसलिए मैं उसके लिए माफी मांगता हूं... लेकिन मैं अपने EF के लिए बुरा बिल्कुल महसूस नहीं कर रहा हूं, क्योंकि हूं तो इंसान ही।"
​उन्होंने आगे अपने मन और शरीर की स्थिति पर प्रकाश डालते हुए एक बेहद मार्मिक बात कही। उन्होंने लिखा कि पिछले कुछ दिनों से उनके सामने पुरानी कुछ यादें और भावनाएँ लगातार घूम रही हैं, और "दिनचर्या को लेकर दिमाग और बॉडी बिल्कुल काम नहीं कर रहे हैं।" अमिताभ बच्चन ने साफ तौर पर कहा कि शरीर ने अब आराम का 'आदेश' देना शुरू कर दिया है। एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा, "कभी-कभी, शरीर आपके स्वभाव पर हावी हो जाता है और एक आदेश देता है- आराम करो। इसलिए मैंने हार मान ली और वही किया जो शरीर चाहता था। और फिर इसने, शरीर ने, मुझे बताया कि सबसे ऊपर कौन है- शरीर!!" यह स्वीकारोक्ति दर्शाती है कि बाहरी चमक-दमक के पीछे, उम्र का बोझ उन्हें भी महसूस हो रहा है।
​कामकाज के मोर्चे पर भी बिग बी को कई तरह की व्यावहारिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि बढ़ती उम्र की वजह से अब उन्हें स्क्रिप्ट की लाइनें याद रखने में मुश्किल होती है और कई बार उन्हें रिपीट करना पड़ता है। फिल्म के सेट पर काम की मीटिंग्स को लेकर भी उन्हें एक नई परीक्षा और चुनौती महसूस होती है कि किसे स्वीकार किया जाए और किसे विनम्रता से मना किया जाए।
​सिर्फ मानसिक ही नहीं, बल्कि शारीरिक रूप से भी उन्हें छोटी-छोटी चीजें परेशान कर रही हैं। अभिनेता ने अपने ब्लॉग में साझा किया कि अब उनके लिए नीचे गिरा हुआ कागज उठाने के लिए झुकना या खड़े होकर पैंट पहनना भी मुश्किल हो गया है। उन्होंने बताया कि उन्हें महसूस होता है कि अब वह काम धीरे-धीरे कर पाते हैं जो पहले आसानी से हो जाते थे। इस संबंध में डॉक्टर्स ने भी उन्हें सलाह दी है कि उन्हें खड़े होकर पैंट पहनने से बचना चाहिए, क्योंकि संतुलन बिगड़ने से गिरने का खतरा हो सकता है।
​हालांकि, इन सबके बावजूद अमिताभ बच्चन का हौसला कम नहीं हुआ है। सिनेमा जगत का यह स्थापित मंत्र कि ‘शो मस्ट गो ऑन’ (The Show Must Go On) उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। एक तरफ जहाँ उनकी पोती आराध्या उन्हें ज्यादा काम न करने और आराम करने की सलाह देती हैं, वहीं अमिताभ का मानना है कि काम ही उनके लिए आराम है।
​अपनी बढ़ती चुनौतियों के बावजूद, 83 साल की उम्र में भी बिग बी अपनी फिटनेस को लेकर बेहद जागरूक हैं। वह अपनी दिनचर्या में संतुलित आहार, प्राणायाम, श्वास व्यायाम और योगासनों को शामिल करते हैं, जो उन्हें लचीला बनाए रखने में मदद करता है। लेकिन महानायक की इस हालिया स्वीकारोक्ति ने उनके फैंस को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या अब उन्हें सच में अपनी स्वास्थ्य प्राथमिकताओं को सबसे ऊपर रखना चाहिए। बॉलीवुड का यह चमकता सितारा आज भी प्रेरणा का स्रोत है, लेकिन यह भी सच है कि उम्र अपना असर दिखाती है, जिसे अंततः किसी को भी स्वीकार करना ही पड़ता है। उनके फैंस उनके जल्द स्वस्थ होने और उन्हें तरोताज़ा महसूस करने की कामना कर रहे हैं। 

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