जानिए क्यों प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और विदेशमंत्री भारतीय प्रवासी सम्मेलन में भारतीय प्रवासियों का करेंगे स्वागत

Pravasi Bharatiya Sammelan 2023: आपको बता दे की 9 जनवरी को मध्य प्रदेश के इंदौर में भारतीय प्रवासी सम्मेलन किया जारा है.जिसमें भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री भारतीय प्रवासियों का स्वागत करने वाले है.आइए जानते है की कौन होते है भारतीय प्रवासी या भारतीय डायसपोरा और क्यों ये भारत के लिए जरूरी है.

Pravasi Bharatiya Sammelan 2023: भारतीय प्रवासी या भारतीय डायस्पोरा उन लोगों को कहा जाता है जो किसी कारण वश अपने देश के बाहर रह रहे हो और दूसरे देश में निवास करते हो.आपको बता दें कि दुनिया भर के 100 से भी ज्यादा देशों में 3.2 करोड इंडियन डायसपोरा है इतना ही नही आपको बता दे की अप्रैल में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया था की 1जनवरी 2015 से 30 सितंबर 2021 के बीच लगभग 9 लाख लोग भारतीय प्रवासी बने और उन्होंने अपनी भारत की नागरिकता छोड़ी इसका यह मतलब निकला है की लगभग 350 लोग अपनी भारतीय नागरिकता प्रति दिन छोड़ते है.

आपको बता दे की भारतीय प्रवासी भारत के विकास में अहम भूमिका निभाते है.भारतीय डायस्पोरा अपनी आय का एक हिस्सा भारत में भेजते हैं जो की भारत की राष्ट्रीय आय बढ़ाने में सहायक होती है. आपको बता दे की 2022 में लगभग 826 करोड़ रूपए इंडियन डायस्पोरा के द्वारा भारत में आया था.

आपको बता दे की तीन देशी में भारतीय मूल के ही प्रधानमन्त्री है ब्रिटेन पुर्तगाल और आयरलैंड में भारतीय ही प्रधानमन्त्री है इसके साथ साथ भारतीय मूल के बोहोत से लोग दुनिया के टॉप कंपनी में सीईओ है जैसे कि एडोब के सीईओ शांतनु नारायण, आईबीएम के सीईओ अरविंद कृष्णा,गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई,माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नाडेला इत्यादि.

इस समेलन का मुख्य उद्देश्य सभी भारतीय प्रवासियो को एक मंच प्रदान करना ताकि वह अपनी उपलब्धि को पूरे दुनिया के सामने ला सके इतना ही नही ये सम्मेलन सभी प्रवासी भारतीयों को एक ऐसा मंच देती है जहा वह अपने देश के प्रति जो विचार है उनको सबके सामने ला सके.

Updated On: 7 Jan 2023 9:31 AM GMT

Pravasi Bharatiya Sammelan 2023: भारतीय प्रवासी या भारतीय डायस्पोरा उन लोगों को कहा जाता है जो किसी कारण वश अपने देश के बाहर रह रहे हो और दूसरे देश में निवास करते हो.आपको बता दें कि दुनिया भर के 100 से भी ज्यादा देशों में 3.2 करोड इंडियन डायसपोरा है इतना ही नही आपको बता दे की अप्रैल में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया था की 1जनवरी 2015 से 30 सितंबर 2021 के बीच लगभग 9 लाख लोग भारतीय प्रवासी बने और उन्होंने अपनी भारत की नागरिकता छोड़ी इसका यह मतलब निकला है की लगभग 350 लोग अपनी भारतीय नागरिकता प्रति दिन छोड़ते है.

आपको बता दे की भारतीय प्रवासी भारत के विकास में अहम भूमिका निभाते है.भारतीय डायस्पोरा अपनी आय का एक हिस्सा भारत में भेजते हैं जो की भारत की राष्ट्रीय आय बढ़ाने में सहायक होती है. आपको बता दे की 2022 में लगभग 826 करोड़ रूपए इंडियन डायस्पोरा के द्वारा भारत में आया था.

आपको बता दे की तीन देशी में भारतीय मूल के ही प्रधानमन्त्री है ब्रिटेन पुर्तगाल और आयरलैंड में भारतीय ही प्रधानमन्त्री है इसके साथ साथ भारतीय मूल के बोहोत से लोग दुनिया के टॉप कंपनी में सीईओ है जैसे कि एडोब के सीईओ शांतनु नारायण, आईबीएम के सीईओ अरविंद कृष्णा,गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई,माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नाडेला इत्यादि.

इस समेलन का मुख्य उद्देश्य सभी भारतीय प्रवासियो को एक मंच प्रदान करना ताकि वह अपनी उपलब्धि को पूरे दुनिया के सामने ला सके इतना ही नही ये सम्मेलन सभी प्रवासी भारतीयों को एक ऐसा मंच देती है जहा वह अपने देश के प्रति जो विचार है उनको सबके सामने ला सके.

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