एमपी के गृहमंत्री का बड़ा बयान! किसी मुस्लिम देश ने हमास का समर्थन नहीं किया, कांग्रेस ने क्यों किया

Madhya Pradesh assembly elections 2023: नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस और दिग्विजय के विचारों में पुराना विरोध है। दिग्विजय सिंह भगवान को आतंकवाद से जोड़ते है, राम मंदिर की तिथि पर सवाल उठाते है और महाकाल लोक पर सवाल उठाते है।

MP Vidhan Sabha Election 2023: भोपाल में कांग्रेस ने इजराइल पर हमला करते समय कुछ नहीं कहा। दिग्विजय सिंह न्यायालय में चल रहे मामले को कैसे क्लीन चिट दे सकते हैं? राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे को बताना चाहिए कि क्या वे दिग्विजय सिंह के बयान से संतुष्ट हैं या नहीं।गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार को भाजपा मीडिया सेंटर में एक पत्रकारवार्ता में यह बात कही। उनका कहना था कि कमल नाथ अब तक चुप क्यों रहते हैं, वह नहीं जानते। उन्हें दिग्विजय के बयान से क्या संबंध है साफ करना चाहिए। हमास और पीएफआइ का बहाना है कि कांग्रेस आतंकियों से बचना चाहती है। कांग्रेस को भंग करके ही दिग्विजय सिंह मानेंगे।

ऐसा पहली बार नहीं है, डा. मिश्रा ने कहा। दिग्विजय हमेशा फ्रंटलाइन पर रहते हैं। गाय पर प्रश्न उठाते हैं, लेकिन कभी बकरी पर? ये सिर्फ तुलना करते हैं। ओसामा जी और जाकिर नाइक दोनों शांतिदूत हैं। आतंकियों की हत्या पर शोक व्यक्त करते हैं। दो मुंही मुसलमानों को डराकर एकजुट करते हैं और हिंदुओं को जातियों में बाँटते हैं।उनका कहना था कि कांग्रेस और दिग्विजय के विचारों में पुराना विरोध है। दिग्विजय सिंह भगवान को आतंकवाद से जोड़ते है, राम मंदिर की तिथि पर सवाल उठाते है और महाकाल लोक पर सवाल उठाते है। क्या आपने इन्हें किसी दूसरे धर्म पर प्रश्न उठाते देखा है?

दिग्विजय सिंह ने कहा था कि केंद्रीय सरकार बनने पर 370 फिर से लगाया जायेगा:

डा. मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस का यही शोषण है, जिसमें शहरों को जलाया जाता है, शोक मनाया जाता है और रोया जाता है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि केंद्रीय सरकार बनने पर 370 फिर से लगाया जाएगा। PFI का कहना है कि 97 प्रतिशत लोग निर्दोष हैं, जबकि PFI एक घोषित आतंकी संगठन है? दिग्विजय सिंह के शासनकाल में सिमी नेटवर्क मध्य प्रदेश में फैल गया था। किसी मुस्लिम देश ने हमास का समर्थन नहीं किया, जो कांग्रेस ने किया था। दिग्विजय सिंह जैसे लोगों ने भी जातीय जनगणना बनाई, जो हिंदू को बाँटकर शासन करना चाहते थे। उनका कहना था कि हमास खास क्यों देंगे

MP Vidhan Sabha Election 2023: भोपाल में कांग्रेस ने इजराइल पर हमला करते समय कुछ नहीं कहा। दिग्विजय सिंह न्यायालय में चल रहे मामले को कैसे क्लीन चिट दे सकते हैं? राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे को बताना चाहिए कि क्या वे दिग्विजय सिंह के बयान से संतुष्ट हैं या नहीं।गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार को भाजपा मीडिया सेंटर में एक पत्रकारवार्ता में यह बात कही। उनका कहना था कि कमल नाथ अब तक चुप क्यों रहते हैं, वह नहीं जानते। उन्हें दिग्विजय के बयान से क्या संबंध है साफ करना चाहिए। हमास और पीएफआइ का बहाना है कि कांग्रेस आतंकियों से बचना चाहती है। कांग्रेस को भंग करके ही दिग्विजय सिंह मानेंगे।

ऐसा पहली बार नहीं है, डा. मिश्रा ने कहा। दिग्विजय हमेशा फ्रंटलाइन पर रहते हैं। गाय पर प्रश्न उठाते हैं, लेकिन कभी बकरी पर? ये सिर्फ तुलना करते हैं। ओसामा जी और जाकिर नाइक दोनों शांतिदूत हैं। आतंकियों की हत्या पर शोक व्यक्त करते हैं। दो मुंही मुसलमानों को डराकर एकजुट करते हैं और हिंदुओं को जातियों में बाँटते हैं।उनका कहना था कि कांग्रेस और दिग्विजय के विचारों में पुराना विरोध है। दिग्विजय सिंह भगवान को आतंकवाद से जोड़ते है, राम मंदिर की तिथि पर सवाल उठाते है और महाकाल लोक पर सवाल उठाते है। क्या आपने इन्हें किसी दूसरे धर्म पर प्रश्न उठाते देखा है?

दिग्विजय सिंह ने कहा था कि केंद्रीय सरकार बनने पर 370 फिर से लगाया जायेगा:

डा. मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस का यही शोषण है, जिसमें शहरों को जलाया जाता है, शोक मनाया जाता है और रोया जाता है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि केंद्रीय सरकार बनने पर 370 फिर से लगाया जाएगा। PFI का कहना है कि 97 प्रतिशत लोग निर्दोष हैं, जबकि PFI एक घोषित आतंकी संगठन है? दिग्विजय सिंह के शासनकाल में सिमी नेटवर्क मध्य प्रदेश में फैल गया था। किसी मुस्लिम देश ने हमास का समर्थन नहीं किया, जो कांग्रेस ने किया था। दिग्विजय सिंह जैसे लोगों ने भी जातीय जनगणना बनाई, जो हिंदू को बाँटकर शासन करना चाहते थे। उनका कहना था कि हमास खास क्यों देंगे

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