मध्य प्रदेश में 'गलन वाली' शीतलहर का भयानक प्रकोप: 48 घंटों में तापमान में भारी गिरावट की चेतावनी

Severe Cold Alert : उत्तर से आ रही बर्फीली हवाओं से ठिठुरा पूरा प्रदेश, कई जिलों में पारा 10 डिग्री से नीचे; मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट.
 
Weather news
Severe Cold Alert : मध्य प्रदेश इस समय कड़ाके की ठंड और 'गलन वाली' शीतलहर की चपेट में है। उत्तर भारत के पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के प्रभाव ने पूरे प्रदेश के मौसम को बुरी तरह प्रभावित किया है। मौसम विभाग (IMD) ने अगले 48 घंटों के लिए प्रदेश में शीतलहर और गंभीर शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान न्यूनतम तापमान में और भारी गिरावट दर्ज होने की आशंका है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
​तापमान में रिकॉर्ड गिरावट: कई शहर 10 डिग्री से नीचे
​प्रदेश के 25 से अधिक शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है। कुछ जिलों में तो यह गिरावट रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गई है।
​सबसे ठंडा: शहडोल जिले का कल्याणपुर ठंड का केंद्र बना हुआ है, जहां न्यूनतम पारा गिरकर 3.0°C तक पहुँच गया है।
​महानगरों का हाल: इंदौर में पारा 5.4°C तक लुढ़क गया है, जिसने पिछले 10 साल का न्यूनतम तापमान का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। राजधानी भोपाल में भी तापमान सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस तक कम दर्ज किया गया है, जो 7.2°C के आसपास है।
​अन्य प्रमुख शहर: उमरिया 4.8°C, राजगढ़ 5.0°C, पचमढ़ी 5.2°C, रीवा 5.4°C और जबलपुर 8.3°C के साथ कड़ाके की ठंड की गिरफ्त में हैं।
​48 घंटों में और बढ़ेगा शीत का प्रकोप
​मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 से 48 घंटों में तापमान में और गिरावट आने की संभावना है। यह गिरावट इतनी तीव्र हो सकती है कि सुबह और शाम की ठंड असहनीय हो जाएगी।
​गंभीर शीतलहर की चेतावनी: इंदौर और सिवनी जैसे जिलों में तीव्र शीतलहर चल रही है, जबकि भोपाल, रायसेन, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, शाजापुर, और शहडोल में भी शीतलहर का असर रहा।
​प्रभावित जिले: जबलपुर, कटनी, सतना, गुना, धार, मंदसौर, खंडवा, और बड़वानी जैसे इलाकों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से काफी नीचे जाने की उम्मीद है।
​कोहरा और विजिबिलिटी: भीषण ठंड के साथ-साथ रात और सुबह के समय घना कोहरा छाने और विजिबिलिटी (दृश्यता) कम होने की भी चेतावनी जारी की गई है, जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो सकता है।
​बर्फीली हवाओं का असर
​मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, आसमान में 213 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से बह रही 'उपोष्ण पश्चिमी जेट स्ट्रीम' हवाएं ठंड को और ज्यादा घातक बना रही हैं। इन बर्फीली हवाओं के कारण ही प्रदेश में शीतलहर का दायरा तेजी से बढ़ रहा है। ओस की बूंदें जमने लगी हैं, जो सर्दी की प्रचंडता को दर्शाती हैं।
​लोगों के लिए बचाव की सलाह
​कड़ाके की ठंड को देखते हुए मौसम विभाग ने आम जनता के लिए आवश्यक बचाव की सलाह दी है:
​गर्म कपड़े: अत्यधिक ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों की कई परतें पहनें।
​ज़रूरी न हो तो बाहर न निकलें: खासकर बच्चों, बुजुर्गों और स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों को रात और सुबह के समय घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए।
​खान-पान: शरीर को अंदर से गर्म रखने के लिए गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें।
​कोहरे में सावधानी: वाहन चलाते समय घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम होने पर अत्यधिक सावधानी बरतें और फॉग लाइट्स का उपयोग करें।
​कुल मिलाकर, मध्य प्रदेश में दिसंबर माह में सर्दी ने अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है। अगले 48 घंटे बेहद चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं, जिसके लिए प्रशासन और आम जनता दोनों को पूरी तरह से तैयार रहने की आवश्यकता है।

Tags