DA Hike January 2026: में आठवां वेतन आयोग लागू होते ही महंगाई भत्ता में 2.5 गुना बढ़ेगी सैलरी, जानिए पूरी खबर।

8th Pay Commission: महंगाई भत्ता (DA) को मूल वेतन में मिलाने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं, लेकिन फिटमेंट फैक्टर में बड़ी बढ़ोतरी से 2.5 गुना तक सैलरी बढ़ने की संभावना।
 
DA
DA Hike January: सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को 8वें वेतन आयोग से पहले बड़ी राहत मिलने की जो उम्मीदें थीं, उन पर फिलहाल विराम लग गया है। पिछले कई महीनों से यह चर्चा जोरों पर थी कि सरकार महंगाई भत्ता (DA) को मूल वेतन (Basic Pay) में मिलाकर कर्मचारियों को बड़ी सौगात दे सकती है। लेकिन, वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने 1 दिसंबर 2025 को लोकसभा में एक लिखित जवाब देकर स्थिति पूरी तरह स्पष्ट कर दी। उन्होंने साफ कहा कि इस समय महंगाई भत्ता को मूल वेतन में जोड़ने का कोई प्रस्ताव सरकार के पास विचार के लिए नहीं है।
​यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब कर्मचारी संगठन लंबे समय से यह मांग कर रहे हैं कि बढ़ती महंगाई के कारण उनकी वास्तविक आय (Real Income) में लगातार कमी आ रही है। सांसदों ने भी इस बात पर जोर दिया था कि पिछले 30 वर्षों में खुदरा महंगाई (Retail Inflation) की दर इतनी तेज़ी से बढ़ी है कि वर्तमान में मिलने वाला DA और DR (Dearness Relief) वास्तविक महंगाई के बराबर नहीं है। इसी को देखते हुए, कर्मचारी संघों की मांग थी कि कम से कम 50 फीसदी DA को मूल वेतन में शामिल कर दिया जाए, जैसा कि पिछली बार 5वें वेतन आयोग के दौरान किया गया था।
​आर्थिक संतुलन और फिटमेंट फैक्टर की भूमिका
​वेतन संबंधित मामलों के विशेषज्ञ रोहिताश्व सिन्हा का कहना है कि यह मामला केवल कर्मचारियों की मांग का नहीं, बल्कि देश के आर्थिक अनुशासन और संतुलन का भी है। सरकार को बड़े वित्तीय प्रभाव को देखते हुए, खासकर चुनावी और गैर-चुनावी वर्ष के बजट पर कड़ी नज़र रखनी पड़ती है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार सीधे DA को मूल वेतन में शामिल करके राहत देने के बजाय, फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) को मजबूत करने पर गंभीरता से विचार कर सकती है, जो कि 8वें वेतन आयोग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा।
​क्या है फिटमेंट फैक्टर और 2.5 गुना सैलरी का गणित?
​फिटमेंट फैक्टर वह गुणांक (Multiplier) होता है जिसके आधार पर कर्मचारियों के मूल वेतन को संशोधित किया जाता है और भविष्य में होने वाली DA और DR की बढ़ोतरी तय होती है। वर्तमान में यह फैक्टर 2.57 है। यदि सरकार 8वें वेतन आयोग के तहत इसे बढ़ाकर 3.0 करती है, तो इसका कर्मचारियों की सैलरी पर बड़ा और सीधा प्रभाव पड़ेगा।
​विशेषज्ञों के अनुसार, यदि फिटमेंट फैक्टर 2.57 से बढ़कर 3.0 हो जाता है, तो शुरुआती स्तर के मूल वेतन में कम से कम 15 से 20 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। यह बढ़ोतरी सिर्फ मूल वेतन तक सीमित नहीं रहेगी। मूल वेतन में हुई इस वृद्धि के परिणामस्वरूप, मकान किराया भत्ता (HRA), यात्रा भत्ता (TA) और अन्य सभी विशेष भत्ते (Special Allowances) भी स्वतः ही बढ़ जाएंगे, क्योंकि ये सभी भत्ते मूल वेतन पर आधारित होते हैं। इस समग्र वृद्धि को देखते हुए, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि 8वां वेतन आयोग लागू होते ही कर्मचारियों की कुल सैलरी में 2.5 गुना तक की बढ़ोतरी हो सकती है, जैसा कि शीर्षक में दर्शाया गया है।
​पेंशनभोगियों को भी इसी अनुपात में लाभ मिलेगा, क्योंकि उनकी पेंशन हमेशा नए संशोधित मूल वेतन के 50 फीसदी के आधार पर निर्धारित की जाती है।
​7वें वेतन आयोग की अवधि और भविष्य की दिशा
​कर्मचारियों के मन में यह सवाल भी है कि 7वें वेतन आयोग की अवधि जो 31 दिसंबर को समाप्त होने जा रही है, उसके बाद 8वां वेतन आयोग लागू होने तक DA और DR की वृद्धि पर क्या असर पड़ेगा। हालांकि, सरकार ने कर्मचारियों को यह भरोसा दिलाया है कि महंगाई और वेतन के वास्तविक मूल्य को घटने से रोकने के लिए DA और DR की पुनरीक्षा (Revision) हर छह महीने में जारी रहेगी। यह संशोधन औद्योगिक श्रमिकों के अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (AICPI-IV) के आधार पर किया जाएगा, जिसे श्रम ब्यूरो (Labour Bureau) द्वारा जारी किया जाता है।
​संक्षेप में, भले ही DA को मूल वेतन में मिलाने का तात्कालिक प्रस्ताव ठंडे बस्ते में डाल दिया गया हो, लेकिन 8वें वेतन आयोग के लागू होने पर फिटमेंट फैक्टर में संभावित बड़ी वृद्धि से कर्मचारियों के लिए एक बड़ी वित्तीय राहत का मार्ग प्रशस्त हो सकता है, जिससे उनकी सैलरी में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिलेगी।

Tags