MSP News 2025-26: धान बेचने की अंतिम तारीख बढ़ी, जानें नई डेडलाइन और ताज़ा दरें
किसानों के लिए खुशखबरी! सरकार ने धान खरीद (MSP 2025-26) की समय सीमा बढ़ा दी है। जानें अब कब तक बेच सकेंगे फसल और क्या है धान का नया न्यूनतम समर्थन मूल्य।
Thu, 25 Dec 2025
भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहाँ की अर्थव्यवस्था में धान की फसल का बहुत बड़ा योगदान है। खरीफ सीजन 2024-25 (विपणन वर्ष 2025-26) के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने धान की खरीद को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। किसानों की मांग और फसल कटाई में होने वाली देरी को देखते हुए धान बेचने की अंतिम तारीख (Deadline) को आगे बढ़ा दिया गया है।
क्यों बढ़ाई गई धान खरीद की समय सीमा?
अक्सर देखा जाता है कि बेमौसम बारिश या मौसम में बदलाव के कारण धान की कटाई और उसे सुखाने की प्रक्रिया में देरी हो जाती है। इसके अलावा, मंडियों में भारी भीड़ और उठाव (lifting) की समस्या के कारण कई किसान अपनी उपज को समय पर नहीं बेच पाते थे। किसानों के इसी हित को ध्यान में रखते हुए सरकार ने खरीद केंद्रों पर पंजीकरण और फसल बेचने की अवधि को विस्तारित करने का निर्णय लिया है।
धान का नया न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP Rates 2025-26)
केंद्र सरकार ने पहले ही धान की कीमतों में वृद्धि कर दी है। वर्ष 2025-26 के विपणन सीजन के लिए नई दरें इस प्रकार हैं:
धान की श्रेणी नया MSP (प्रति क्विंटल) पिछली दर (2023-24) वृद्धि
सामान्य धान (Common Grade) ₹2,300 ₹2,183 ₹117
ग्रेड-ए धान (Grade-A) ₹2,320
नोट: कुछ राज्यों में राज्य सरकारें अपनी ओर से बोनस भी दे रही हैं, जिससे किसानों को प्रति क्विंटल ₹3,100 तक की कीमत मिल रही है (जैसे छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में विशेष बोनस योजनाएं)।
राज्यवार धान खरीद का अपडेट
अलग-अलग राज्यों में खरीद की अंतिम तिथि अलग-अलग हो सकती है:
उत्तर प्रदेश व बिहार: यहाँ जनवरी के अंत तक खरीद चलती है, जिसे अब बढ़ाकर फरवरी के मध्य तक किया जा सकता है।
पंजाब व हरियाणा: यहाँ खरीद प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है, लेकिन बचे हुए स्टॉक के लिए विशेष छूट दी गई है।
छत्तीसगढ़ व ओडिशा: यहाँ 31 जनवरी की समय सीमा को बढ़ाकर 15 फरवरी या उससे आगे ले जाने की चर्चा है।
किसानों के लिए जरूरी दस्तावेज और प्रक्रिया
यदि आप बढ़ी हुई समय सीमा का लाभ उठाना चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपके पास निम्नलिखित दस्तावेज तैयार हैं:
आधार कार्ड (बैंक खाते से लिंक होना अनिवार्य)
भूमि रिकॉर्ड (खसरा-खतौनी)
बैंक पासबुक की फोटोकॉपी (जिसमें DBT के जरिए पैसा आएगा)
पंजीकरण रसीद (किसान पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य है)
धान बेचते समय ध्यान रखने योग्य बातें
नमी की मात्रा (Moisture Content): सरकार द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार, धान में नमी 17% से अधिक नहीं होनी चाहिए। यदि नमी ज्यादा है, तो मंडी ले जाने से पहले उसे अच्छी तरह सुखा लें।
साफ-सफाई: धान में मिट्टी, कंकड़ या पुआल के अंश न होने दें, अन्यथा कटौती की जा सकती है।
टोकन सिस्टम: भीड़ से बचने के लिए अपने स्थानीय खरीद केंद्र से 'टोकन' पहले ही प्राप्त कर लें।
