खाद्यान पर्ची जारी नही होने से खाद्य वितरण प्रणाली से बंचित गरीब ग्रामीण, पन्ना कलेक्ट्रेट पहुँचकर लगाई न्याय की गुहार

MP Panna News: मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में अधिकारी कर्मचारियों की लापरवाही और मनमानी की बजह से शासन की मूलभूत योजनाओं से गरीब आदिवासी बंचित हो रहे हैं।

सरकारी चौखटों पर एक दो बार नही बल्कि पांच पांच बार किराया लगाकर गरीब सिर्फ यही अस्वासन लेकर आ रहे हैं। कि इस बार तो काम हो ही जायेगा।

लेकिन शासन की लचर व्यवस्था पर पर कोई असर नही पड़ रहा है।ताजा मामला पन्ना जिले के ददोलपुरा गांव से सामने आया है।जहां के लगभग 25 स्व 30 परिवार आज भी खाद्यान्न वितरण प्रणाली से वंचित हैं।जिन्होंने पन्ना कलेक्ट्रेट पहुँचकर जनसुनवाई में पांचवी बार आवेदन खाद्यान्न पर्ची जारी करवाने की मांग की है।

जानकारी के अनुसार पन्ना जिले की गुनोर जनपद क्षेत्र अंतर्गत आने वाली ग्रामपंचायत विक्रमपुर के आदिवासी बाहुल्य ग्राम ददोलपुरा के लगभग 10 ग्रामीणों ने पन्ना कलेक्टर को आवेदन देकर खाद्यान्न पर्ची जारी करवाने की मांग की है।आवेदन देने आए राजेन्द्र आदिवासी ने बताया कि चार माह से लगातार सरपंच,सचिव एवं पन्ना कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई में पांच बार आवेदन दे चुके हैं।लेकिन कोई सुनवाई नही हुई है।

हम सभी गरीब लोग हैं।और मजदूरी कर परिवार का भरणपोषण करते हैं।खाद्यान्न पर्ची न होने की बजह से अनाज नही मिलता है।जिससे खरीदकर खाना हमारी मजबूरी बन गई है।इसी प्रकार राधा प्रजापति ने बताया कि सचिव से कहकर हार गए हैं।वहीं जनसुनवाई में इस बार पांचवीं बार आवेदन दिया है।इसके पहले भी अपना किराया लगाकर पन्ना आए और आवेदन दिए।लेकिन कोई भी कार्यवाही नही की जा रही है।

हालांकि जब इस विषय पर ग्रामपंचायत विक्रमपुर के सचिव पहलवान सिंह राजपूत से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पंचायत स्तर से कई बार फॉर्म ऑनलाइन कर दिए गए हैं।लेकिन बार ऊपर से रिजेक्ट हो जाते हैं।जिसमे खाद्य विभाग के द्वारा फॉर्म रिजेक्ट किए जा रहे हैं।लेकिन फिर भी एक और सभी के फॉर्म सम्मिट किए जाएंगे।

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