संजय गांधी थर्मल पावर प्लांट में क्या फिर हावी होगी अफसरशाही? महारत हासिल करने वाले अफसरों की फिर हुई वापसी

संभाग के उमरिया जिला अंतर्गत बिरसिंहपुर पाली में स्थित संजय गांधी थर्मल पावर प्लांट आए दिन सुर्ख़ियों और विवादों से घिरा रहता है।

संभाग के उमरिया जिला अंतर्गत बिरसिंहपुर पाली में स्थित संजय गांधी थर्मल पावर प्लांट आए दिन सुर्ख़ियों और विवादों से घिरा रहता है। कहीं किसी अधिकारियों की मनमानी तो कहीं किसी अधिकारी के कमीशन खोरी की चर्चा कार्यालय से लेकर आमजन के बीच बनी रहती है।

चर्चा के इसी क्रम में अब एक अफसर के प्रमोशन बाद, अब उन्हें पुनः यहां वरिष्ठ अधिकारी के रूप में पदस्थ किया जाना सामने है। जिसे लेकर जहां एक ओर संजय गांधी थर्मल पावर प्लांट में पदस्थ कर्मचारी और अधिकारी दबी जुबान विरोध जता रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर स्थानीय जागरूक जन भी मामले में विरोध के स्वर प्रखर कर रहे हैं।

अपुष्ट सूत्रों की माने तो, बीते दिनों इस कार्यालय में कार्यपालन अभियंता रहे अधिकारी, जो अपने कार्यकाल में मनमानी पूर्ण कार्यशली एवं अपने चहेतों को ठेका दिलाकर कमीशनखोरी के लिए जाने जाते थे। वह अब MM2 में अधीक्षण अभियंता के रूप में इस कार्यालय में जनवरी से पदस्थ किए गए हैं।

बताया गया है कि, बीते तीन माह पूर्व पदोन्नत करने के बाद इन्हें सारणी भेजा गया। लेकिन, यहां से जाने के बाद भी साहब का बिरसिंहपुर के इस कार्यालय के कुर्सी का मोह नहीं छुट सका और साहब ने ऐसा जुगाड़ साधा कि, वह एक बार फिर यहां वापसी करने में सफल हो गए हैं।

क्षेत्र में ऐसी चर्चा आम हो चली है कि, उक्त अफसर की अफसरशाही एक बार फिर यहां हावी होगी। साहब मनमानी पूर्ण तरीके से अपने चहेते ठेकेदारों व सप्लायरों को उपकृत करेंगे और 50-50 का टुर्नामेंट एक बार फिर चर्चित होगा। यह बात भी सामने आई है कि, साहब की लोकल अपराधियों से भी अच्छी बनती है। जिनका सहारा वह समय-समय पर लेते रहें हैं और लेगें।

गौरतलब है कि, उक्त अफसर के किस्से भोपाल तक भी गूंजायमान रहा है। इतना ही इनके कारनामों की जानकारी म.प्र. के मुख्य ऊर्जा सचिव को भी पूर्व में दी गई है। क्षेत्रीय जागरूक जनों ने मांग की है कि, उक्त आधिकारी को कहीं अन्यत्र स्थानांतरित किया जाए।

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